अनकहे आंसुओं की कीमत - आदमी | The cost of untold tears - man | 2021


My daily thoughts

■ अनकहे आंसुओं की कीमत... (आदमी )
◆ अनकहे आंसुओं की कीमत (आदमी) यह मेरी एक छोटी सी कहानी का नाम है जिसके बारे में मैं आज आपको यह बताऊंगा कि एक आदमी के अंदर अनकहे आंसू यानी कि उन आंसुओं की कीमत जिनके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता जो एक आदमी अपने अंदर छुपा कर रखता है उन्हें कभी भी बाहर आने नहीं देता लेकिन जिस दिन आदमी अपनी सारी तकलीफ को और अपने अंदर छिपी भावनाओं को बाहर निकालता है उस वक्त उसे संभालने वाला कोई नहीं होता उस वक्त पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा बेसहारा और अकेला खुद को महसूस करता है, वह होता है एक आदमी ....!

 चलिए चलते हैं और आपको रूबरू कराते हैं एक ऐसे ही आदमी की कहानी से जो अपने अंदर कई आंसुओं को छुपा कर जी रहा था। 

यह कहानी शुरू होती है महाराष्ट्र के एक खूबसूरत शहर पुणे से जहां एक पति पत्नी अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे। इस कहानी के मुख्य पात्रक है पवन और उनकी पत्नी मेघना। दोनों ही एक दूसरे के साथ बहुत ही खुशी से रह रहे थे। पवन किसी आईटी कंपनी में काम करता था। और उसकी पत्नी मेघना एक मार्केटिंग कंपनी में काम करती थी। मेघना लोगों के घर जा-जा कर कंपनी के सामान को बेचना और उसका प्रचार - प्रसार करना यह उसका काम था।

एक दिन मेघना अपने ही पति के साथ कंपनी के सामान को कैसे बेचा जाता है, और कस्टमर से कैसे बात की जाती है, यह सीखने की कोशिश कर रही थी। उसका पति यह बता रहा था, कि जब आप किसी के घर जाते हो सामान बेचने तो कई तरह के लोगों का सामना करना पड़ता है। 

उसके बाद पवन मेघना से कहता है, कि तुम्हें सामने वाले व्यक्ति को अपने सामान को लेने के लिए कैसे मानाना पड़ता है, यह बताता है। और फिर मेघना नाराज होकर घर के अंदर आ जाती है, और पवन से बातें करने लगती है। पवन मेघना से कहता है, कि अच्छा चलो तुम तैयार हो जाओ हम बाहर चलते हैं। घूमने और रात का खाना हम दोनों बाहर खाकर आएंगे। पवन की यह बात सुनकर मेघना खुश हो जाती है, और तभी दरवाजे पर कोई दस्तक देता है जोर-जोर से घंटी बजने की आवाज आती है और पवन जाकर दरवाजा खुलता है, और देखता है कि दरवाजे पर एक आदमी खड़ा है, और वह अपनी कंपनी के सामान का प्रचार कर रहा था। 

लेकिन पवन मना कर देता है और उसे जाने के लिए बोलता है, लेकिन वह जाने को मना करता है। और पवन से बोलता है, सर एक बार सामान देख लीजिए आपके घर में भी आपकी पत्नी होगी। आप उनको बुला दीजिए उनको यह सामान बहुत पसंद आएगा। फिर पवन अंदर जाता है और मेघना को दरवाजे पर खड़े आदमी से बात करने के लिए बोलता है। पवन बोलता है, जाओ तुम्हरी बिरादरी का आदमी आया है, जाओ उससे जा कर मिल ली, तो मेघना बोलती है क्या तो पवन बोलता है,अरे एक सेल्समेन दरवाज़े पर खड़ा है, उससे बात कर लो। कुछ देर बाद दरवाजे पर फिर से घंटी बजने की आवाज आती है। और पवन देखने जाता है, तो वह आदमी वहां पर खड़ा रहता है।

और पवन ने पूछा कि तुम अभी तक यहां से गए नहीं तो वो बोलता है, सर अपने ही तो इंतजार करने के लिए कहा था। और काफी वक्त हो गया आप नहीं आए तो, मैंने फिर से घंटी बजाई पवन बोलता है। माफ करना भाई मैंने अपनी पत्नी को तुमसे मिलने के लिए बोला था, सायद उसे याद नहीं रहा। तुम 2 मिनट इंतजार करो, मैं उसे अभी भेजता हूं। तुमसे बात करने को पवन घर के अंदर आता है और मेघना से बोलता है, कि तुमने उससे जा कर बात नहीं। की तो मेघना बोलती है, कि मैंने उसे मना कर दिया था। कि मुझे कोई सामान नहीं चाहिए। 

तो फिर हो गया क्यों नही। और वह ऐसा क्यों बोल रहा है। मेघना बहुत घबरा जाती है और पवन से बोलती है पवन मुझे बहुत डर लग रहा है, तुम कुछ करो मुझे यह आदमी ठीक नहीं लग रहा है पवन गुस्से में दरवाजे की तरफ जाता है। और उस आदमी को वहां से जाने के लिए बोलता है, वह आदमी कहता है सर आपकी पत्नी मुझसे मिलने आए ही नहीं तो मैं क्या करूं l पवन उसे बहुत बुरा भला कहता है। और उसे जाने के लिए बोलता है, और वह आदमी पवन को पागल और ना जाने क्या-क्या बोलता हुआ सोसाइटी की सीढ़ियां उतरने लगता है, तभी सोसाइटी के एक आदमी ने उसकी यह बात सुन ली औरों से बुलाता है, वह आदमी बोलता है कि तुम क्या बोल रहे हो इस सोसाइटी में और भी कई लोग रहते हैं। तो वह सेल्समैन बोलता है, सर मुझे माफ करना मैं आप से नहीं बोल रहा था।

तो वह आदमी बोलता है कि इस सोसाइटी में मैं भी रहता हूं। तो सेल्समैन बोलता है, सर मैं ऊपर रूम नंबर 201 मैं जो आदमी रहता है, मैं उसके बारे में बोल रहा था। तो वह सोसाइटी का आदमी बोलता है, कि अरे भाई उस आदमी के साथ बहुत बुरा हादसा हुआ। तो सेल्समैन पूछता है, सर ऐसा उसके साथ क्या हुआ। तो वह आदमी उसे बताता है। की इन दोनों की शादी को अभी कुछ ही महीने हुए थे, कि 1 दिन पवन और उसकी पत्नी मेघना दोनों सोसाइटी की छत पर थे। और एक दूसरे की फोटो खींच रहे थे। मेघना पवन से ज़िद करने लगी, कि तुम मेरी फोटो छत की इस दीवार पर खींचो मैं यहां बैठती हूं, और तुम मेरी फ़ोटो खींचो पवन उसे मना करता है, कि नहीं नहीं मैं तुम्हारी तस्वीर वहां नहीं खिचूंगा तुम गिर सकती हो, तुम्हें चोट लग सकती है, और तुम्हे अगर कुछ हो गया। तो मैं क्या करूंगा, तब मेघना बोलती है, कि नहीं मैं इतनी जल्दी मरने वाली नहीं हूं  अभी तो मुझे मेरे पति के साथ बहुत फोटो खिंचवानी है। यह कहकर मेघना छत के दीवार पर बैठ जाती हैं, और पवन उसकी फोटो खींचने लगता है। 

वह फोटो खींचता ही है, कि तभी अचानक मेघना सोसाइटी की छत से नीचे गिर जाती है। पवन मेघना को इस हालत में देखकर खुद को संभाल नहीं पाता। और पवन मेघना की मौत के सदमे से बाहर निकल नहीं पा रहा था। उसे आज भी यही लगता है, कि मेघना आज भी उसके साथ रहती है, और उसे मेघना हर जगह दिखाई देती है, और वह उससे बात करता है। सोसाइटी के उस आदमी की यह बात सुनकर सेल्समैन को पवन पर बहुत अफसोस होता है। और वह दुख जताते हुए बोलता है, की उसके साथ बहुत बुरा हुआ। उस आदमी के साथ मुझे ऐसे बात नहीं करनी चाहिए थी। माफ करना सर मुझे पता नहीं था।

मेघना की मौत के बाद पवन आज भी उसके प्यार और उसकी यादों के सहारे जिंदा है। लेकिन पवन के अंदर के जज्बातों को उसके अलावा आज तक कोई उसे समझ नहीं सका।
          दोस्तों तो यह थी पवन की अनकहे आंसुओं की कीमत (आदमी) कहानी में आशा करता हूँ आपको यह कहानी अच्छी लगी होगी ।...

 एक आदमी अपने अंदर ना जाने कितने आंसुओं को छुपा कर रखता है, वो एक आदमी होता है।
धन्यवाद
लेखक - प्रशंग झा

इन पोस्टों को भी पढ़िए।

एक टिप्पणी भेजें

please do not enter any spam link in the comment box.

और नया पुराने