■ खुद से खुद का समझौता,| Self Pact - A Girl |
★ वो लड़की होती है जिसे जन्म से पहले ही मार दिया जाता है, क्योंकि हमारे इस समाज में कुछ ऐसे भी महापुरुष है जो यह मानते हैं की लड़कियां ही सबसे बड़ा पाप है, यहां बहुत ही कम लोग ऐसे हैं जो लड़की के पैदा होने की खुशियां मनाते हैं। वरना मैंने तो अक्सर लोगों को लड़की के पैदा होने पर मातम मनाते देखा है। क्योंकि वो लड़की ही होती है जिन्हें जन्म से पहले मार दिया जाता है। वह लड़की होती है, जो खुद से खुद का समझौता करती है...!!!
वो लड़की होती है, जिसे बचपन से महज 8 से 10 साल की उम्र में यह सिखाया जाता है, कि बेटा तुम लड़की हो और रोना तुम्हारा जन्म सिद्ध अधिकार है। अगर लड़का रोता है, तो उसे डांट कर यह कहा जाता है, कि तुम लड़के हो, तुम क्यों रो रहे हो, रोने का काम तो लड़कियों का होता है लड़को का नहीं, रोती तो लड़कियां हैं। क्योंकि वो लड़की ही होती है, जो खुद से खुद का समझोता करती है...!!!
वो लड़की ही होती है जिसे उसके मां-बाप उसे यह कह कर उसकी शादी करते हैं कि बेटा अब तुम्हारी शादी होने वाली है और तुम्हारा ससुराल ही अब तुम्हारा नया घर है और तुम्हारी नई दुनिया भी, वह लोग तुम्हें जो भी कहे तुम्हारे साथ जैसा भी व्यवहार करें, तुम हमारे बेटे गालियां दे ऐसा कुछ भी करें। तुम्हें सब सहना होगा क्योंकि तुम एक लड़की हो और यही एक लड़की (औरत) की जिंदगी होती है।
क्योंकि वह लड़की है जो खुद से खुद का समझौता करती है...!!!
★. सबसे महत्वपूर्ण बात एक लड़की के जीवन को इतना दुखदाई इतना कस्टमय और उसे खुद से समझौता करने के लिए दिए बेबस और मजबूर करने वाले उसके अपने मां-बाप होते हैं। क्योंकि वो मां-बाप जिनके पास लड़का और लड़की दोनों है, तो वह उन दोनों बच्चों में बहुत भेदभाव करते हैं। जैसे कि त्योहारों पर मां बाप अपने पूरे परिवार के लिए कपड़े लेकर आते हैं, लेकिन सिर्फ लड़की के लिए कपड़े नहीं लाते, जब लड़की बोलती है की मां पापा आप मुझे कपड़े क्यों नहीं लाए, तो मां चुपचाप से लड़की को ले जाकर अकेले में बोलती है।
बेटा तेरे लिए मैं बाद में लेकर आऊंगी। और अक्सर लड़कियों को यह समझाया जाता है, कि बेटा घर से निकलने से पहले अपने शरीर को पूरी तरह कपड़े से ढक कर बाहर जाओ।
★. यह बात उनको भी पता है कि बुरखे पहने हुए लड़कियों को भी इंदौर अंधे लोगों ने फिर भी नहीं छोड़ा और बहुत ही हैवानियत की तरह उनके साथ बलात्कार किया और यहां भी लड़की के मां-बाप ने अपनी बदनामी के डर से उस लड़की को फिर से एक बार खुद से समझौता करने पर मजबूर कर दिया। किसी भी अनजान व्यक्ति से बात नहीं करना और शाम होने से पहले घर आ जाना यह सब बातें लड़कियों को उनके मां-बाप सिखाते हैं, लेकिन एक लड़के को पूरी आजादी मिलती है, उसे उसके तरीके से जिंदगी को जीने के लिए वह अपने मनचाहे पसंद के कपड़े पहन सकता है। देर रात को घर भी आ सकता है लड़का अगर देर रात घर वापस आए तो उसमें कोई परेशानी नहीं और लड़की देर रात घर वापस आए तो मां बाप को शर्मिंदगी महसूस होती है। और जब लड़का घर से बाहर जाता है,
★. तब उनके मां-बाप उसे ये क्यों नहीं बोलते कि बेटा बाहर किसी भी लड़की को मत छेड़ना और नहीं उसे गंदी नजर से कभी देखना। आज हमारे देश में लगभग 60% से भी ज्यादा लोगों के बीच तलाक हुए हैं क्योंकि जो लड़कियां पढ़ी लिखी है, जो जिंदगी को सही ढंग से जीने का तरीका जानती हैं, अगर उन्होंने आज गलत और गलत करने वाले हमारे अपनों के खिलाफ आवाज नहीं उठाई तो हमारी पूरी ज़िन्दगी केवल समझौतो मैं गुजर जाएगी।
यही कारण है कि 30% महिलाएं आज अपना जीवन स्वतंत्र जी रही है। और 70 % महिलाएं आज भी घुट घुट कर जी रही है।
■ हमारा पूरा देश एक ही नारा लगाता है।
"बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ"
★ गलत बोलता है पूरा देश बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नहीं, बल्कि अपने लड़कों को समझाओ की सभी लड़की को एक नजर से देखो और सम्मान करो, और ना माने तो दो कान के नीचे खींच कर लगाओ...!!!
धन्यवाद
लेखक :- प्रशंग झा
Sir i m ur big fan... Can i get ur autograph...��
ReplyDeleteSir i m ur big fan... Can i get autograph...🙈
ReplyDeleteSir i m ur big fan... Can i get autograph...🙈
ReplyDeleteSir I'm your big fan🙈
ReplyDelete