परिवार का महत्व | Parivaar ka Mahatv | Importance of Family |

■ परिवार का महत्व इन हिंदी | Importance of family in hindi | 2022


◆ परिवार क्या होता हैं ?
 
हम सभी जानते हैं , कि एक परिवार  वो होता हैं , जिसमे सदस्य - दादा ,दादी, उनके पुत्र-पुत्री ,माता, पिता,भाई,बहन, चाचा,चाची, इत्यादि। होते हैं वो परिवार कहलाता हैं । 

●  परिवार सबसे पहला और बुनियादी सम्बंद होता हैं जो  हमारे जीवन मे बनता हैं या हम उसको बनाने का एक साधन होते हैं। जो हमारी जिंदगी का वो शक्तिशाली हथियार होता हैं जो हमको जीवन की सारी (तकलीफो,परेशानियों तथा सभी मुसिवतो ) से लड़ने की शक्ति देता हैं। ओर हमको एक अच्छा इंसान बनाता हैं वो परिवार होता हैं ।

"जिस व्यक्ति का परिवार उसके साथ होता हैं वो व्यक्ति दुनिया की हर परेशानियों  से / हर तकलीफों से लड़ सकता हैं ।"

◆ परिवार का महत्व क्या है ?
हमारे जीवन की सुरुआत ही परिवार से होती हैं जिस तरह जीवन जीने के लिए हवा, पानी, तथा भोजन की आवशकता होती हैं ठीक उसी तरह हमारे जीवन को  तथा हमको एक अच्छा इंसान  बनाने के लिए परिवार होता हैं । वास्तव में हम अगर परिवार के साथ मिलजुल कर एकजुट होकर रहें तो हम जीवन के हर एक क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं क्योंकि हमको हमारे परिवार का सहयोग मिलता  हैं जो हमारे लिए मार्गदर्शन प्राप्त करता हैं ।

हम को हमेशा अपनी परिवार की एकता  अखण्डता को हमेशा बचना चाइये  उसको कभी नही टुटने देना चाइये  ।

भगवान राम ने भी अपने परिवार की अखंडता को बचाये रखने के लिए हर वो प्रियस किये हैं जो एक इंसान का कर्तव्ये होता हैं । भगवान राम ने  हमको  यह सिखाया हैं कि  अगर हमारे बड़े गलत भी हों तो भी हमको उनकी बात बनना चाइये  ओर उनके आदेशो का पालन करना चाइये ।  

( अगर भगवान राम चाहते तो वो अपनी माँ - कैकेयी की बात मानने से इनकार कर सकते थे परंतु उन्होंने ऐसा नही किया।  वो जानते थे के अगर ऐसा में करूँगा तो मेरा पूरा परिवार टूट जाएगा  इसी लिए उन्होंने उनकी बात मानी और अपने परिवार  की एकता और अखण्डता को बनाये  रखा और 14 वर्ष का मनवास सुइकर किया ।)

                  गांव शहर को बढ़ गया, लुप्त हुए संस्कार ।
                  पैसो की इस दौड़ में, बिखर गया परिवार ।।

◆ परिवार में खिटपिट से सम्बंध आपके कर्त्वय । 
● जिस तरह हमारा शरीर होता हैं उसी तरह हमारा परिवार होता हैं  जैसे हमारे शरीर में  कभी-कभी कुछ  तकलीफें आ जाती हैं कुछ परेशानियां आ जाती हैं  ठीक ऐसे ही परिवार होता हैं उसमें भी कभी-कभी कुछ परेशानियां , खिटपिट , तथा आपसी तनाव भी हो जाते हैं । पर इसका मतलब यह नही है। कि आप अपने परिवार की एकता - अखंडता को तोड़ दें । ( जिस तरह आपके शरीर में हुई परेसानी ,तकलीफ का आप इलाज करवाते हैं - जैसे हमारे हाथ में दर्द हैं तो क्या  हम अपने   हाथ को  काट के अलग थोड़ी  ना करते हैं हम उसका इलाज करवाते हैं उस तकलीफ को दूर करने का प्रियस करते हैं ) । 
ठीक  ऐसे ही हमारा परिवार होता हैं हम को हमारे परिवार में  आई परेसानी आपसी  तनाव तथा खिटपिट को दूर करना चाइये ओर उसका समाधान निकलना चाइये। जिससे आपका परिवार टूटे नही । इसके लिए आपको कुछ भी करना पड़े तो भी आप करिये। ओर अपने परिवार की अखंडता को बचाये रखिये ।

◆ परिवार की विशेषता क्या है ?
● अगर हमको अकेली एक लकडी को तोड़ने के लिए कहा जाए तो हम आसानी से उस लकडी को तोड़ देंगे। परंतु  यदि हमको 4-5 लकड़ी एकसाथ दे दी जाएं  तोड़ने के लिए तो हम उसको नही तोड़ पाएंगे। इसका यही अर्थ होता हैं यदि आपका परिवार एक हैं तो दुनिया की कोई भी तागत आपको तोड़ नही सकती । क्योंकि एकता में शक्ति होती हैं  

● ऐसे ही होता हैं परिवार ओर यदि परिवार हमारा एक हैं तो दुनिया की कोई भी तागत आपका कुछ भी बुरा नही कर सकती हैं ओर ना ही कोई परेशानी आ सकती हैं ।
आज की इस बढ़ती दुनिया में लोग अपने परिवार को भूल जाते हैं और अपने आपको बहेतर सभीत करने में जुट जाते हैं अपना नाम बनाने की कोशिश करने लगते हैं उनको यह नही पता होता हैं के आपकी असली पहचान आपके परिवार से  होती हैं । पर लोग परिवार को भूल जाते हैं और अपना जीवन  परिवार से अलग सुरु करते हैं
 (इसी कारण आज दुनिया का हर इंसान परेसान हैं उसको किसी भी परिस्तिथि से लड़ने की तागत नही हैं  परेसानी आने पर  वो इंसान टूट जाता हैं अपने आप को हरा हुआ समझता हैं और गलत कदम उठा लेता हैं ओर अपना जीवन नस्ट कर देता हैं ।
परंतु जीवन नस्ट करना किसी भी परेसानी का हल नही हैं 

Note:- आप ऐसा कोई भी काम ना करें जिससे आपको आगे चलकर पछताना पड़े ।

● हर समस्सया का हल हैं परिवार  जीवन में कभी भी कोई परेसानी आती हैं तो आपको अपने परिवार से सलाह लेना चाइये खास कर अपने बड़े बुर्जगगो का । क्योंकि 
हमारे  परिवार के बड़े ही हमारा मार्गदर्शक होतें हैं ।

         सुख दुख मिलकर बांटते हैं,ओर चलते हैं सब साथ ।
         यही कुटुंब की विशेषता हैं, जो कभी ना छोड़े हाथ ।।

◆ परिवार की कमी से हमारी संस्कृति का लुप्त होना ।
जिस तरह लोग परिवार को भूलते जा रहे हैं और अपना जीवन अकेले बिताने का रास्ता चुन रहे हैं इससे  हमारी संस्कृति भी लुप्त होती जा रही हैं । ओर हमारे पारम्परिक त्योहार  भी लोग भूलते जा रहे हैं  एक परिवार ही होता हैं जो हम को हमारी संस्कृति बताता हैं हम को धार्मिक त्योहारो के बारे में हमारी परम्पराओ के बारे में  हम को मार्गदर्शन देता हैं ।  परंतु आज कल लोगो के पास  समय नही हैं आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृति के बारे में बताने के लिए , धार्मिक त्योहारो के बारे में बताने के लिए।  लोग  बस इस बढ़ती दुनिया के  साथ अपने परिवार की परम्पराओ को भी भूलते जा रहे हैं  
 इन सभी  समस्याओ से मुक्त करता हैं परिवार ।

एक परिवारी  वो  साधन होता हैं जो हम को हमारे त्योहारो के  बारे में ,हमारी परम्पराओ के बारे में हम को जानकारी देता हैं और यह बताता हैं के कैसे हम को सारे त्योहार एक साथ मनाना चाइये । सभी के साथ होने से ही हमारा मन खुश होता हैं और हमको उस पूजा का लाभ प्राप्त होता हैं ।

" भगवान भी उन्ही की पूजा सुइकर करते हैं जो अपने परिवार के साथ सामूहिक रूप से उस परम पिता की आराधना करते हैं " 


                    प्रेम भाव से सभी रहें , कर्म करें सब नेक ।
                    मानवता ही धर्म हो ,ओर कुल हो सब का एक ।।

Note....【 में उमीद करता हु के मेरे  दुवारा दी गई जानकारी आप सभी को अच्छी लगेगी और में आशा करता हु के आप अपने जीवन में  मेरी कुछ बातों को आप अपने जीवन में प्रयोग करेंगे और अपने परिवार को एक जुट रखेंगे ओर अपने जीवन में  कुछ बदलाव करेंगे ओर अपनी सोच को बदलेंगे।】
धन्यवाद
लेखक - ऋषभ झा
                                                         

■ इन पोस्ट को भी पढ़ें ।

यदि आपके पास Hindi / English में कोई article, inspirational story , कविता या अन्य जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: rjha5583@gmail.com पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!


23 टिप्पणियाँ

please do not enter any spam link in the comment box.

और नया पुराने