मां के लिए विशेष लेख | Maa ke lie vishesh lekh | Special article for mothers | 2022



■ मां का महत्व-हिंदी में | Importance of mother in hindi |
माँ, माँ कोई शब्द नही है ओर न ही हम माँ के लिए कोई व्याख्या कर सकते हैं माँ की व्याख्या करना लगभग असम्भव हैं माँ के लिए शब्द तो क्या महाकाव्य , महापुराण भी छोटा-सा हैं माँ इस दुनिया का वो एक मात्र शब्द हैं जिसे किसी भी परिभाषा की जरूरत नही हैं क्योंकि यह शब्द नहीं एहसास है।

माँ को इस संसार की जननी माना जाता हैं। हम को नही पता हैं के इस संसार की उत्पत्ति कैसे हुई हैं हम को नही पता हैं के इस संसार की सुरुआत कैसे हुई हैं परंतु इतना जरूर ज्ञात हैं के इस संसार पर जीवन की सुरुआत माँ से हुई हैं ओर माँ के बिना इस संसार में जीवन का होना न के बराबर हैं।

● माँ अपने बच्चें को 9 महीने अपनी कोख में रखती हैं ओर इन 9 महीनों में माँ अपने बच्चे के लिए कई परेसानी सहती हैं इसलिए के उस बच्चे को कोई तकलीफ न हो, माँ अपनी सारी तकलीफो को भूल कर बच्चे का खयाल रखती हैं 9 माह के बाद जब उस बच्चे को इस दुनिया में लाने के लिए भी अशेनिये पीड़ा के बाद , जिसकी हम कल्पना भी नही कर सकते हैं उस बच्चे को इस दुनिया में लाती हैं और उस बच्चे को देख कर, उसको गले लगाकर माँ अपनी सारी परेसानी, सारी तकलीफो को भूल जाती हैं। 

● बच्चे के जन्म के बाद भी माँ की तकलीफें ओर उसकी परेशानिया, जब भी कम नही होती हैं उसको हर घड़ी अपने  बच्चे का ही ख्याल रहता हैं ( बच्चे का लालन-पालन उसकी देख भाल , ओर कहीं भूखा तो नही हैं ) माँ को हर चीज की फिक्र रहती हैं माँ का दिल सब से पवित्र होता हैं और उसका निस्वार्थ प्रेम अपने बच्चे के प्रति । 

● पर आज की संतान माँ के प्यार को नही समझ पा रहे हैं वो यह भूल जाते हैं कि जिस माँ को आप ठुकरा रहे हैं उसी माँ की बजे से आज आप इस मुकाम पर  हो। आज की संतान इतनी अंधी हो गई हैं इस माया के चक्कर मे वो यह भूल रहे हैं कि जिस धन दौलत के लिए माँ को ठुकरा रहे हो  असल में सब से बड़ा धन माँ-बाप होते हैं  इस दुनिया में आपको माँ बाप के अलावा ना कोई भी इंसान, ना कोई भगवान भी आपको प्यार नही कर सकता हैं जो माँ बाप कर सकते हैं भगवान भी उन्हीं के साथ होते हैं जो अपने माता पिता के साथ जीवन भर रहते हैं और उनकी सेवा करते हैं । क्योकि
माता पिता की सेवा ही सर्व ईश्वर की सेवा होती हैं 

"भगवान श्री गणेश जी ने भी अपने माता पिता को ही अपनी दुनिया माना था और उन्ही को साक्षी मानकर  अपने माता-पिता के चक्कर लगा कर सर्वश्रेष्ठ देवता का पद धारण किया हैं भगवान श्री गणेश जी ने कहा के मेरे माता-पिता में ही पूरा संसार समाया हुआ हैं "

●  हम सब को भगवान श्री गणेश जी ने यह सीख दी हैं के माता-पिता से बढ़कर कोई नही होता हैं आप अपने माता-पिता के प्रति निष्ठा रखोगे। तो आपको इस संसार की कोई भी तागत आपको सफल होने से नही रोक सकता हैं।
पर आज कल के बच्चे अपने माता-पिता को अकेला छोड़ देते हैं
मैंने अक्सर देखा हैं,कि बच्चे बचपन मे तो बहुत लड़ते हैं के मेरी माँ - मेरी माँ ।
पर जब यही बच्चे बड़े हो जाते हैं ओर लायक हो जाते हैं तो यही बच्चे जो कभी माँ के लिए लड़ते थे आज यही बच्चो को माँ बोझ लगने लगती हैं उन बच्चो को यह लगने लगता हैं के अब तो हम कमाने लगे हैं अब हमको किसी के जाने से कोई फर्क नही पड़ता हैं और आज कल ऐसे ही बच्चो की संख्या काफी बढ़ रही हैं वो भूल रहे हैं माता-पिता की अहमियत ।

● मेरी सभी भाइयों और बहेनो से यही हाथ जोड़ के प्राथना हैं कि अपने माता-पिता की अहमियत समझें  इस दुनिया में माता-पिता से बढ़ कर कोई नही हैं अगर आप माता पिता को छोड़ कर कितनी भी पूजा पाठ यह तक कि स्वयं भगवान क्यों ना  आजाएं आपके पास तब भी आप अधूरे हो  आप कभी भी खुश नही रहे सकते हो अपने माता पिता के बिना ।

● जिन बच्चो के माता पिता उनके  साथ रहते  हैं और वो बच्चे अपने माता पिता की सेवा करते  हैं उन बच्चो को कभी भी कोई भी परेशानी तकलीफ नही होगी ओर भगवान भी उन बच्चो पर अपनी कृपा बनाये रखते हैं।

माँ अनंत शक्तियों की धारणी होती है। इसीलिए उसे ईश्वरीय शक्ति का प्रतिरूप मानकर ईश्वर के समान माना जाता है। माँ के समीप रहकर उसकी सेवा करके, उसका खयाल रखके ओर उसके शुभवचनों, से जो आनंद प्राप्त किया जा सकता है वह अवर्णनीय है। इस दुनिया का सबसे बड़ा सुख होता हैं माँ की गोद में लेट कर, उसकी बातें सुनना, माँ के हांथो से भोजन करना जो अमृत के समान होता हैं  यह वो सुख हैं जो भगवान भी यह सुख लेने के लिए , इस धरती पर अवतरित होते हैं
लेखक - ऋषभ झा 

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6 टिप्पणियाँ

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  1. वाह क्या लिखा है भाई। माँ सिर्फ एक शब्द नहीं है बल्कि ऐहसास है।।🙌🏻🙌🏻👌🏻👌🏻

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  2. इन्सान की सबसे अच्छी दोस्त उसकी माँ होती है।
    उम्र भले ही कितनी भी हो जाए, सुकून तो माँ की गोद में ही आता है।
    संसार में चाहे कितने भी सुन्दर चेहरे हों लेकिन माँ से सुन्दर कोई भी नहीं है। ...
    माँ अपनी ख़ुशी सदा अपने बच्चों में ही देखती है।
    एक छोटे से घर का गूगल माँ होती है। 👩‍❤️‍👩👩‍❤️‍👩👩‍❤️‍👩💞💞💞

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